Thursday, November 20, 2008

प्रेस vigyapti
भा जा प् के वरिष्ट नेता एवं जनकपुरी विधान सभा क्षेत्र से भा जा प् के प्रत्याशी प्रो जगदीश मुखी ने आज बी ब्लाक महावीर इंक्लाव पार्ट-२ एवं उत्तम नगर के, सी, दी, ई, एफ, इए, जे और के ब्लाक का सघन दौरा किया।
प्रो मुखी ने कहा की दिल्ली सरकार का गरीब और अति गरीब लोगों को सस्ती दरों पर दाल उपलब्ध कराने का वायदा अंतत झूठ का पुलिंदा साबित हुआ। प्रो मुखी ने कहा की दिल्ली सरकार ने कमर तोड़ महंगाई के चलते गत नगर निगम चुनाव के दौरान गरीब और अति गरीब परिवारों को प्रति माह प्रति राशन कार्ड २ किलो चने की दाल और २ किलो अरहर की दाल देना प्रारम्भ किया था, परन्तु अरर्हर की दाल राशन की दुकानों पर मात्र दो या तीन बार ही दिल्ली सरकार मुहिया करा पाई और अब पिछले तीन महीने से चने की दल भी मौहिय्या कराने में असमर्थ रही है, जिसकी आपोरती हेतु अग्रिम ड्राफ्ट ३१ अक्टूबर २००८ तक दिल्ली के राशन डीलरों द्वारा दिल्ली राज्य आपूर्ति निगम को जमा करा दिए गए थे।
प्रो मुखी ने कहा की केन्द्र सरकार द्वारा मई, जून तथा अगस्त २००८ में जो गेहूं और चावल का कोटा दिल्ली सरकार के संभरण विभाग के लिए निर्धारित किया गया था, उसे भी दिल्ली सरकार गोदामों से उठाने में असमर्थ रही है। दिल्ली सरकार के खाद्य एवं संभरण विभाग के अतिरिक्त सचिव (वितरण) ने भारत सरकार के उपभोक्ता मामले kऐ संयुक्त सचिव को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया की जो गेहूं और और चावल का कोटा मई, जून और अगस्त २००८ में दिल्ली सरकार नही उठा पाई है, उसकी वैद्था बड़ाई जाए। दिल्ली सरकार के खाद्य एवं संभरण विभाग के अतिरिक्त सचिव (वितरण) के दिनक २५-०९-०८ के पत्र के अनुसार दिल्ली सरकार मई २००८ में ८५३९२ क्विंटल गेहूं तथा ४१९४२ क्विंटल चावल, इसी प्रकार जून २००८ में ३७०५९ क्विंटल गेहूं तथा अगस्त २००८ में २१०४२ क्विंटल गेहूं, १८५२८ क्विंटल चावल दिल्ली की राशन की दुकानों में पहुँचने में असमर्थ रही है। प्रो मुखी ने कहा की एक तरफ़ तो पिछले २ वर्षों से दिल्ली की मुख्यमंत्री राग अलापती रही हैं की वोह दिल्ली के सभी ऐ पी एल कार्ड धारकों को जिनकी आय १ लाख रुपये अथवा उससे कम है, उसे सस्ती डर पर १० किलो चावल और २५ किलो गेहूं मोहिया कराएंगी और दूसरी और गरीबके लिए सरकार द्वारा मौहिया कराया जाने वाला गेहूं और चावल राशन की दुकानों तक नही पहुँचा पायी है। यह सरकार की निष्क्रियता का बहुत बड़ा उदहारण है।
प्रो मुखी ने कहा की चीनी वितरण में भी दिल्ली सरकार विफल रही है। दिल्ली में राशन की चीनी के वितरण के लिए दो कम्पनियाँ निर्धारित हैं. १ दिल्ली राज्य नागरिक आपूर्ति निगम, २ भारतीय राष्ट्रिय उपभोक्ता सकारी संघ मर्यादित। दिल्ली की ६०% रशिओं की दुकानों को चीनी दिल्ली राज्य नागरिक आपूर्ति निगम एवं ४०% रशिओं की दुकानों को भारतीय राष्ट्रिय उपभोक्ता सकारी संघ मर्यादित मोहिया कराती है। पिछले दो महीनो से
दिल्ली राज्य नागरिक आपूर्ति निगम से जो चीनी आ रही है वोह बहुत ही घटिया किस्म की और गीली है, जो की खाने योग्य भी नही है। इसी प्रकार पिछले ७-८ महीनों से जो चीनी भारतीय राष्ट्रिय उपभोक्ता सकारी संघ मर्यादित द्वारा दिल्ली की रशिओं की दुकानों पर आपूर्ति की जा रही है, वोह भी एक महिना देरी से दी जा रही है और उसकी गुर्न्वात्ता भी निम्न स्तर की है।
प्रो मुखी ने कहा की भा जा पा के सत्ता में आते ही खाद्य एवं संभरण विभाग में जो बड़े पैमाने पर अनियमितताएं की जा रही हैं, उसकी जांच करवाएगी और यह सुनिश्चित करेगी की केन्द्र सरकार द्वारा जो गरीब परिवारों को चावल, गेहूं तथा दाल उपलब्ध कराये जाते हैं, वोह गरीब और अति गरीब परिवारों तक सरकारी दार पर व समाये पर पहुंचे और इस निमित वोह कूपन जारी कर दिल्ली वासियों को वोह रशिओं उपलब्ध कराएगी। इस कूपन के माध्यम से वोह रशिओं किसी भी दूकान से प्राप्त कर सकेंगे.

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