Friday, April 10, 2009

pरेस विज्ञप्ति
प्रो मुखी ने कहा की कांग्रेस १० वर्षों तक शासन करने के उपरांत भी दिल्ली में एक भी नया कॉलेज खोलने में असमर्थ रही। आजादी के ६ दशक बाद भी आज सबके लिए शिक्षा का लक्ष्य प्राप्त नहीं किया जा सका। इसे विडम्बना ही कहा जायेगा की तमाम दावों के बावजूद केन्द्रिये बजट में शिक्षा पर ६ प्रतिशत भी नहीं रखा जाता, जबकि ज़रूरतें इससे कहीं ज्यादा हैं। जबकि भा जा प् के शासन में ही उच्च शिक्षा पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया गया.वित् मंत्री के नाते इन्द्रप्रस्थ विश्व विद्यालय जिसे वर्तमान में गुरु गोविन्द सिंह इन्द्रप्रस्थ विषविद्यालए कहा जाता है की स्थापना की गयी थी।

प्रो मुखी ने कहा की शिक्षा को मौलिक अधिकार बनाने का सपना आज भी अधूरा है। राजनीतिक दलों के अजेंदों में शिक्षा का मुद्दा पिचाद्ता जा रहा है जिसे आगे लाना उनकी प्राथमिकता रहेगी।

प्रो मुखी ने कहा की आज आर्थिक मंदी के चलते एक और जहाँ लोग महंगाई से जूझ रहे हैं, वहीँ दिल्ली के स्कूलों की बड़ी फीस एवं एरिअर की बकाया राशि ने उनके बजट में आग में घी का काम किया है और वे चाह कर भी अपने बचों को सरकारी स्कूलों में स्थानांतरित नहीं करवा पा रहे jओ की दिल्ली सर्कार की अक्रमद्ता का एक ताजा उद्धरण दीली वालों के समक्ष है।
प्रो मुखी ने कहा की दिल्ली की कांग्रेस सरकार पर पश्चिम दिल्ली क्षेत्र के पूर्ण उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा की पंखा रोड से आगे का क्षेत्र दिल्ली के साबसे पिछडे क्षेत्रों में से है। उन्होंने कहा की सरकार कमान वेअल्थ गमेस के नाम पर दीली के विकास के जो दावे कर रही है उसके तहत भी पश्चिमी दिल्ली में भी किसी परियोजना को नहीं लिया गया। उन्होंने कहा की क्षेत्र के सामान्य विकास की परियोजनाओं के लिए आवंटित की गयी राशि भी दुसरे क्षेत्रों में खर्च की जा रही है।

प्रो मुखी ने कहा की वह संसद में जनता का प्रतिनिधि बन्ने पर इस मुद्दे को उठाएंगे और पश्चिम दिल्ली का विकास भी दक्षिण दिल्ली के संपन इलाकों की तर्ज़ पर कराएँगे।

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