प्रेस विज्ञप्ति
पश्चिमी दिल्ली से लोकसभा सीट से भा जा प् प्रत्याशी प्रो जगदीश मुखी ने नंगली जेजे कालोनी, गोयल डेरी, दुर्गा विहार, किरण गार्डन, बप्रोला, बक्करवाला, अशोक नगर, राजौरी गार्डन, रजा गार्डन का दौरा किया। इस दौरे में क्षेत्रीय निगम पार्षद श्री सुभाष आर्य, श्री पवन शर्मा, श्री राजेश गहलोत, श्रीमती कमलजीत, जिला महामंत्री श्री क्रिशन गोधरा, श्री सुमन प्रकाश शर्मा, श्री रमेश खन्ना, श्री कैलाश सांकला एवं अनेक कार्यकर्त्ता उनके साथ थे। इस मौके पर बाप्रोला गाँव के श्री सुनील फौजी, रना जी इंक्लाव के श्री उमेश यादव ने कांग्रेस छोड़ भा जा पा में आने का ऐलान किया वहीँ रना जी इंक्लाव से बा स प् के पदाधिकारी श्री छोटे लाल राय ने भा जा पा पार्टी में आने की घोषणा की। बाप्रोला गाँव के pराधन श्री कैप्टेन सिंह एवं महेंदर सिंह जी ने प्रो मुखी को पगड़ी pअहनाकर स्वागत किया एवं चुनावों में प्रो मुखी को अपना वोट एवं समर्थन देने की घोषणा की।
प्रो मुखी ने कहा की आज दिल्ली में मुल्तिप्लिसिटी ऑफ़ अथोरितिएज़ होने के कारन विकास कार्यों में बेवजह रुकावटें आ रही हैं। उन्होंने कहा की भा जा प् दिल्ली को पूर्ण दर्जा देने के हमेश पक्ष में है। प्रो मुखी ने कहा की कांग्रेस ने पिछले चुनावों में दिल्ली को पूर्ण दर्जा देने का जिक्र अपने घोषणा पात्र में किया था परन्तु, इस बार यह मुद्दा उनके घोषणा पात्र से गायब है। अर्थात वह नही छत्ते की दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिले।
प्रो मुखी ने कहा की १९९३ में जब दिल्ली में भा जा पा की सरकार थी तो उस समय वर्ष १९९४-९५ में दिल्ली को पूर्ण राज्य बनने का मुद्दा दिल्ली विधान सभा में उठाया गया था। उस समय भी विधान सभा में बैठे कांग्रेस के विधायकों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था। उनके विरोध के बावजूद जब यह मुद्दा कांग्रेस शासित केन्द्र सरकार के पास भेजा गया तो उन्होंने इस प्रस्ताव को बिनपड़े ही रद्दी की टोकरी में फ़ेंक दिया।
प्रो मुखी ने कहा की सितम्बर २००२ के प्रारंभ में विधान सभा के तथाकथित aधिकारों की कमी के कारण ११ सितम्बर २००२ को विधानसभा का १ सत्र बुलाया था। ११ सितम्बर २००२ को तत्कालिन शहरी विकास मंत्री के द्वारा नियम १०७ के अंतर्गत जो प्रस्ताव लाया गया, उसमे दिल्ली नगर निगम एवं दिल्ली विकास प्राधिकरण पर नियंत्रण की मांग की गई थी। प्रो मुखी ने कहा की उस समय भी उन्होंने उनके प्रस्ताव पर संशोधन लगाकर दिया था की दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग किए जानी थी। दिल्ली को पूर्ण राज्ये का दर्जा मिलते ही सभी अधिकार सम्मिलित हो जायेंगे। प्रो मुखी ने कहा की उनके संशोधन से कांग्रेस दुविधा में पड़ गई और अंतत उसे दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने प्रस्ताव दिल्ली विधान सभा से पास करवाने के बाद कांग्रेस के पास भेजना पड़ा।
प्रो मुखी ने कहा की भा जा प् दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए कटिबद्ध है और सत्ता में आते ही वह दिल्ली को पूर्ण राज्ये बनवाने को पूरा प्रयास करेगी।

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